Okay when I meet with Great Albert Einstein He told me.... No he yelled at me Can't you see space Now realised off course there is Space WisE W is E Now I am free and learning the Direct message here WisE And we came to know English Winglish Don't hesitate to express your thoughts 💭 people ⬇️
Agriculture and 'Agree Culture': A Political Perspective राजनीति में शब्दों का खेल आम बात है, लेकिन "Agriculture and Agree Culture" का यह अनूठा मेल केवल भाषा का चमत्कार नहीं, बल्कि एक गहरी राजनीतिक अवधारणा भी हो सकता है। जहां Agriculture (कृषि) आर्थिक और सामाजिक रीढ़ है, वहीं "Agree Culture" (सहमति की संस्कृति) राजनीति में सामंजस्य और नीति-निर्माण की कुंजी बन सकती है। आइए समझते हैं कि यह विचार कैसे राजनीति को प्रभावित करता है। --- 1. कृषि और राजनीति: एक अटूट संबंध कृषि किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था और समाज की जड़ होती है। किसानों की नीतियां, सब्सिडी, भूमि सुधार और कृषि उत्पादों की कीमतें हमेशा राजनीतिक बहस का केंद्र रही हैं। लेकिन, जब राजनीति "Agree Culture" को अपनाती है, तो इसका प्रभाव कहीं अधिक व्यापक हो सकता है। कृषि और सहमति की संस्कृति का मेल: ✅ किसान आंदोलनों और सरकार के बीच संवाद: कृषि सुधारों और किसान हितों के लिए सरकार और किसान संगठनों के बीच "Agree Culture" यानी संवाद की संस्कृति आवश्यक है। जब सरकारें सहमति बनाकर नीतियां लागू...
ज्ञान का शत्रु अज्ञान नहीं, ज्ञान का भ्रम है Enemy of Knowledge is Not Ignorance but the Illusion of Knowledge परिचय | Introduction अक्सर हम मानते हैं कि ज्ञान का सबसे बड़ा शत्रु अज्ञान (ignorance) है। लेकिन वास्तविकता इससे अलग है। असली बाधा अज्ञान नहीं, बल्कि ज्ञान का भ्रम (illusion of knowledge) है। जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि उसे सब कुछ पता है, तो वह नई चीजें सीखने की क्षमता खो देता है। The common belief is that ignorance is the biggest enemy of knowledge. However, the real obstacle is not ignorance but the illusion of knowledge. When a person assumes they know everything, they shut the door to learning and growth. --- ज्ञान का भ्रम क्या है? | What is the Illusion of Knowledge? ज्ञान का भ्रम तब उत्पन्न होता है जब हम अधूरी जानकारी को संपूर्ण सत्य मान लेते हैं। यह स्थिति खतरनाक होती है क्योंकि: 1. सीखने की प्रक्रिया रुक जाती है – जब हमें लगता है कि हम सब कुछ जानते हैं, तो हम नए विचारों को अपनाने से इंकार कर देते हैं। 2. गलत निर्णय लिए जाते हैं – अधूरे ज्ञान के आधार पर किए गए...
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