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His message His name

 He was ,..... No he is  World are not enough to describe him But what was he and what was his final message  His Name is  Be ......R Be ......R Ambedkar  No it was not coincidence or accident 
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बंद घड़ी और सही समय

बंद घड़ी और समय की सच्चाई: एक प्रेरणादायक कहानी एक छोटे से गाँव में एक पुरानी घड़ी थी, जो सालों से खराब पड़ी थी। उसकी सुईयाँ एक ही समय पर अटकी हुई थीं। गाँव के लोग उस घड़ी को बेकार समझकर नज़रअंदाज़ कर देते। वह घड़ी खुद भी सोचती थी, "मैं किसी काम की नहीं हूँ, मुझसे तो वे घड़ियाँ बेहतर हैं जो समय बताती हैं, भले ही वे थोड़ा आगे या पीछे क्यों न हों।" गाँव में दो और घड़ियाँ थीं पहली घड़ी समय से पाँच मिनट आगे चलती थी और दूसरी समय से दस मिनट पीछे। ये दोनों घड़ियाँ चल रही थीं, लेकिन कभी भी सही समय नहीं दिखा पाती थीं। फिर भी लोग उनकी ओर देख लेते थे, क्योंकि वे चलती रहती थीं। बंद घड़ी ने सोचा, "भले ही मैं दिन में दो बार सही समय दिखा देती हूँ, लोग मुझे नकार देते हैं, लेकिन इन घड़ियों को हमेशा तवज्जो मिलती है।" विद्वान का आगमन एक दिन गाँव में एक विद्वान पहुँचे। उन्होंने तीनों घड़ियों को देखा और गाँववालों को बुलाकर कहा: "इन तीनों घड़ियों में ज़िंदगी के महत्वपूर्ण सबक छिपे हुए हैं।" 1. पहली घड़ी (जो 5 मिनट आगे थी): "यह घड़ी हमें सिखाती है कि जो लोग हमेशा जल्दी में ...

Brick By Brick and Stones

 You took vengeance for insult of one your Ally  For time being  What I am supposed to where I spent entire life in humiliation. You might not be teacher to tech me patience. Reminder I can tech too many lessons against your willingness. Let's lessons start. But why bricks  They are made of tears, swate and water  Soil might have travelled from no worthy place  But why stones  Counting tears and this is bizzare business and you just spent coin of trust  How you are going to deal here  What do you think you own  I guess Pride  Lets begin from them  We already told price and pride are connected  Now  Let me tell you a story of  Stone one that in river  Stone one that in crown  People worship stone from what  Trick is that stone from river is shali Gram  You didn't know and you choose obvious answer Code 19 for tears of true man and true women  Here is warning  You believe power of swor...

भानगढ़: आत्मभान का गढ़ और उसके तेजस्वी सहयोगी

  किसी समय की बात है, जब ज्ञान, शक्ति और आत्मचेतना के मार्ग को समझने के लिए साधक अपनी यात्रा पर निकलते थे। इस यात्रा में एक स्थान था, जिसे "भानगढ़" कहा जाता था—यह केवल एक किला नहीं था, बल्कि आत्मबोध का केंद्र, चेतना का दुर्ग और दिव्यता का प्रवेशद्वार था। आत्मभान: वह जिसने स्वयं को जान लिया इस गढ़ का स्वामी था आत्मभान पंडित—एक ऐसा ज्ञानी जिसने स्वयं को और समस्त ब्रह्मांड को जान लिया था। वह न केवल आत्मज्ञान का प्रतीक था, बल्कि अपने तेजस्वी सहयोगियों के साथ मिलकर इस संसार को प्रकाशमान कर रहा था। भानगढ़ के रक्षक: आत्मभान के सहयोगी आत्मभान अकेला नहीं था। उसके साथ थे पंद्रह महान योद्धा और संरक्षक, जो ब्रह्मांड की विभिन्न शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते थे। ये सभी भानगढ़ की रक्षा करते और सत्य, शक्ति, और ज्ञान का प्रसार करते। १. दिव्य प्रकाश के योद्धा (Celestial Guardians) चंद्रभान – जिसने चंद्रमा की तरह शीतल ज्ञान दिया और आत्मा को शांति प्रदान की। सूर्यभान – जिसने सूर्य की तरह सत्य और प्रकाश फैलाया, जिससे अज्ञान का अंधकार मिट गया। अग्निभान – जिसने अग्नि के समान परिवर्तनकारी शक्ति द...

The Time Paradox: Do We All Have the Same 24 Hours?

Time is a mystery we live with every second, yet it remains one of the most misunderstood concepts. We all hear the phrase, "Everyone has the same 24 hours in a day," but do we really? And what about time dilation—can time actually slow down or speed up? Let's dive into this fascinating puzzle and see if time is truly equal for all! --- 1. What Is Time, Anyway? Time is like an invisible river that keeps flowing, whether we notice it or not. We can’t see it, touch it, or stop it, yet everything in life revolves around it. Scientists define time as the fourth dimension, alongside length, width, and height. But while we can move freely in space, time only moves forward—at least for now! Think of time like a book. Each moment is a page. You can flip back and re-read old pages (memories), but you can't change them. The only way forward is by turning the next page—just like living the next moment. --- 2. Does Everyone Have the Same 24 Hours? This question might sound simple...

Enemy of Knowledge is Not Ignorance but the Illusion of Knowledge

 ज्ञान का शत्रु अज्ञान नहीं, ज्ञान का भ्रम है Enemy of Knowledge is Not Ignorance but the Illusion of Knowledge परिचय | Introduction अक्सर हम मानते हैं कि ज्ञान का सबसे बड़ा शत्रु अज्ञान (ignorance) है। लेकिन वास्तविकता इससे अलग है। असली बाधा अज्ञान नहीं, बल्कि ज्ञान का भ्रम (illusion of knowledge) है। जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि उसे सब कुछ पता है, तो वह नई चीजें सीखने की क्षमता खो देता है। The common belief is that ignorance is the biggest enemy of knowledge. However, the real obstacle is not ignorance but the illusion of knowledge. When a person assumes they know everything, they shut the door to learning and growth. --- ज्ञान का भ्रम क्या है? | What is the Illusion of Knowledge? ज्ञान का भ्रम तब उत्पन्न होता है जब हम अधूरी जानकारी को संपूर्ण सत्य मान लेते हैं। यह स्थिति खतरनाक होती है क्योंकि: 1. सीखने की प्रक्रिया रुक जाती है – जब हमें लगता है कि हम सब कुछ जानते हैं, तो हम नए विचारों को अपनाने से इंकार कर देते हैं। 2. गलत निर्णय लिए जाते हैं – अधूरे ज्ञान के आधार पर किए गए...

Agriculture & Agree Culture: जब खेती और राजनीति में बने सहमति की फसल!

 Agriculture and 'Agree Culture': A Political Perspective राजनीति में शब्दों का खेल आम बात है, लेकिन "Agriculture and Agree Culture" का यह अनूठा मेल केवल भाषा का चमत्कार नहीं, बल्कि एक गहरी राजनीतिक अवधारणा भी हो सकता है। जहां Agriculture (कृषि) आर्थिक और सामाजिक रीढ़ है, वहीं "Agree Culture" (सहमति की संस्कृति) राजनीति में सामंजस्य और नीति-निर्माण की कुंजी बन सकती है। आइए समझते हैं कि यह विचार कैसे राजनीति को प्रभावित करता है। --- 1. कृषि और राजनीति: एक अटूट संबंध कृषि किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था और समाज की जड़ होती है। किसानों की नीतियां, सब्सिडी, भूमि सुधार और कृषि उत्पादों की कीमतें हमेशा राजनीतिक बहस का केंद्र रही हैं। लेकिन, जब राजनीति "Agree Culture" को अपनाती है, तो इसका प्रभाव कहीं अधिक व्यापक हो सकता है। कृषि और सहमति की संस्कृति का मेल: ✅ किसान आंदोलनों और सरकार के बीच संवाद: कृषि सुधारों और किसान हितों के लिए सरकार और किसान संगठनों के बीच "Agree Culture" यानी संवाद की संस्कृति आवश्यक है। जब सरकारें सहमति बनाकर नीतियां लागू...